संजोग और समय के इस अलौकिक चक्र में हम बावरे बंजारे इसी संभाव के साक्षी थे! बर्फ़ की सफ़ेदी, वंडरलस्ट के दिखावे और हनीमून की गर्माहट से दूर, इस चिलमयी दुनिया में, हमारे और हिमालय के इस हिस्से के बीच, शोर, शान्ति और समन्वय का जो संभाव बना न — बस उसी का नाम मनाली है !
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महामारी फैल रही है और ट्रैवल खुल रहा है। महीनों से अपने अपने शहरों में कैद जनता में भड़क बैठ चुकी है, और इस बात में कोई दो राय भी नहीं होनी चाहिए। इजी एंट्री ऑपरेशनल होते ही, मनाली और ऐसे दूसरे हॉटस्पॉट्स में जो तांडव होना है, उसका वर्णन वन्डरलस्ट की हिस्ट्री के लिए एक्सर्प्ट का काम करेगा। पिछले कई दिनों से आप सब ने हमारे इन्बॉक्सेज़ में चरस बो रखी है — “कोई घर है बढ़िया, 5 – 6 महीनों के लिए?” उधर आपके वर्क फ्रॉम होम का ऐलान हुआ और आपदा को अवसर में बदलने की ठाने आप हमारे इनबॉक्स में पहुँच गए! तो इतने सारे मेसेजेज़ को रिप्लाई करने की जगह, हमने सोचा कि एक लिस्ट कम्पाइल करके वेबसाइट पे टाँग देते हैं!
ये रहे कुछ ऐसे अड्डे, जहाँ आप कोरोना की भसड़ से दूर, शांति से एकाध महीने तो रह ही सकते हैं! हर पते के साथ घर के होस्ट के कॉन्टैक्ट डिटेल्स भी हर घर या अड्डे की डिस्क्रिप्शन में है. आप अपनी सुविधा अनुसार हमसे जान पहचान का इस्तेमाल कर इन घरों पर गेस्ट बनकर पधार सकते हैं!
Not sure what to do with crowd of Manali, Follow this guide of Vashisht Village and ditch the crowd of Manali and find some peace.
तुरतुक में अपना एक घर है, वैसे तो असद भाई का घर है पर अब उसका छोटा सा हिस्सा उन्होंने हमें चिल्ल करने को दिया है और हमने उसे अपना बना लिया. तो खारदुंग ला की बर्फ़ से बच के निकल कर दिस्कित वाले बुद्धा जी को दूर से सलाम मारते हुए हम पहुँच गए थे सीधा तुरतुक. तुरतुक वैसे तो एक छोटा सा गाँव है, पर है कतई खूबसूरत.
चलिए, पहले तो आपको एक अत्यंत सुंदर शाम का एक अद्भुत नज़ारा दिखाते हैं। फिर बताते हैं उस जादुई बाल्कनी का पता जहाँ से बैठकर आप ऐसे जादुई नज़ारों को घंटो टकटकी लगाकर बदलता देख सकते हैं। हम बात कर रहे हैं अपने एक नए अड्डे की।